तुम्हारे लिए जिहाद के मायने धर्मयुद्व है,लेकिन धर्म की परिभाषा क्या जानते हो ।जिसकी खातिर तुमने इंकलाब का नारा बुलंद किया,तोरा बोरा की पहाडियों में खाक छानते रहे,09/11 की रात अमेरिका को खून से नहलाया,आतंक का ऐसा पर्याय बने कि,यमराज को भी पसीना आया।लेकिन क्या जिहाद की भाषा समझ सके;जिस जिहाद की खातिर लाखों परिवारों की खुशियां छीनी।मासूमों के हाथों में किताब की जगह एके 47 थमा दी।गली मोहल्लों चौक चौराहों पर तुमने खेली खून की होली।धरती माता के सीने को किया गोलियों से छलनी।देश की धड़कन मुंबई को किया लहूलुहान।लेकिन अंजाम क्या हुआ,तुमने भोगा सारी दुनिया...