सोचो न कभी खुद को तन्हा यहाँहम सब हैं साथ तुम्हारे सदा,तुम्हारे साये की तरह,तुम महसूस तो करो।महसूस करो हमारा होना तुम,अपने खून की रवानी में,दिल की धड़कन में,अपनी हर साँस में।हर धड़कन में है संदेशहमारे प्यार का।हर साँस में है महकस्नेह, दुलार की,हम सभी के विश्वास की,तुम महसूस तो करो।गुजारे जो दोस्त, यारों के संग,बचपन के वो सुहाने दिन,गुजर गये वोहवा के झोंकों की तरह।लड़खड़ा कर गिरना,सँभलना फिरवो माता-पिता की बाँहों में।वो अपनों से झगड़ने कामीठा एहसास,अब भी हैदिल के किसी कोने में,बन करके याद तुम्हारे आसपास,तुम महसूस तो करो।...