मेरे दर्द का ,किसी को एहसास नहीं ,इस ज़माने में , कोई मेरे साथ नहीं ,क्या हुआ क्यों भीड़ में तन्हा हूँ ,क्यों खुशियों को मै रास नहीं ,मेरे दर्द का ,किसी को एहसास नहीं ,इस ज़माने में , कोई मेरे साथ नहीं ,क्या हुआ क्यों भीड़ में तन्हा हूँ ,क्यों खुशियों को मै रास नहीं ,इस ज़माने में , कोई मेरे साथ न...