ऐ दोस्त तेरी दोस्ती का रिश्ता बहुत गहरा हैन जाने किस उम्मीद पर दिल ठहरा हैऐ दोस्त यह रूह से रूह की गहराईयों का रिश्ता हैजो रिश्तों से परे मोहब्बत की डोर से बंधा हैऐ दोस्त यह एक प्यारा सा मासूमियत का रिश्ता हैजिसमे रूठकर मनाने का एक सिलसिला हैऐ दोस्त यह पाक इरादों का रिश्ता हैजिसमे दिल हर वक्त तेरी खुशियों की दुआ करता हैऐ दोस्त यह एक गुमनाम सा रिश्ता हैजो लोगों की रुस्वायिओं से डरता हैऐ दोस्त यह तेरा नहीं न ही मेरा रिश्ता हैयह तो उस खुदा का प्यारा सा रिश्ता हैऐ दोस्त यह दूरियों और फासलों से परे का रिश्ता हैजिसमे हरदम तू ही तू मेरे पास हुआ करता हैऐ...