साहित्य और समाज का सम्बन्ध तो आदिकाल से है , अगर गौर किया जाए तो हमें ज्ञात हो जाएगा की ये दोनों एक दुसरे के पूरक हैंअब हमें इस बात से अभिग्य होना है की साहित्य है क्या ?,साहित्य शब्द की उतपत्ति "सहित" से हुई है ! सहित का भाव ही साहित्य कहलाता है ! (साहित्श्य भावा:साहित्य:) "सहित के दो अर्थ - साथ और हितकारी (स + हित =हितसहित) या कल्याणकारी ! यहाँ पर साथ से आशय - शब्द और अर्थों का साथ अर्थात सार्थक अर्थों का प्रयोग ! सार्थक अर्थों का प्रयोग तो ज्ञान विज्ञानं की शाखाएं भीकरती हैं तब फिर साहित्य की अपनी क्या विशेषता है यह बताने की आवश्यकता ही नहीं...