”शान्ति”- स्वामी विवेकानंदस्वामी विवेकानन्द द्वारा लिखित अंग्रेजी की मूल कवितान्यूयार्क में अंग्रेजी में लिखित , १८९९ ई .|**************************************************************देखो जो बलात् आती है , वह शक्ति , शक्ति नहीं है !वह प्रकाश , प्रकाश नहीं है , जो अँधेरे के भीतर है |और न वह छाया , छाया ही है ,जो चकाचौंध करने वाले प्रकाश के साथ है |आनंद वह है , जो कभी व्यक्त हुआ ही नहीं ,और अनभोगा , गहन दुःख है अमर जीवन ,जो जिया नहीं गया और अनंत मृत्यु ,जिस पर किसी को शोक नहीं हुआ |न दुःख है , न सुख ,सत्य वह है , जो इन्हें मिलाता है...