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रविवार, 12 जून 2011

मगर आँख में नीर है........................श्यामल सुमन

कंचन चमक शरीर हैमगर आँख में नीर हैजिसकी चाहत वही दूर मेंकैसी यह तकदीर हैमिल न पाते मिलकर के भीकिया लाख तदबीर हैलोक लाज की मजबूती सेहाथों में जंजीर हैदिल की बातें कहना मुश्किलपरम्परा शमसीर हैप्रेम परस्पर न हो दिल मेंव्यर्थ सभी तकरीर हैपी कर दर्द खुशी चेहरे परयही सुमन तस्वीर...