ये प्रेम है ......!!ये प्रेम है ......!!दुख तो हर हाल में देगा।तेरे साथ होने पर भी .....तेरे जाने के मौसम मे भी!सोचती हूँ ......!!दुखी होना है अगर हर हाल में......तो तेरे साथ में रह कर दुखी होना बहतर है ।रोने को एक कन्धा तो होगा ......दुश्मन ही सही.... अपना -सा एक बन्दा तो होगा !!ये प्रेम है .........!!!दुख तो हर हाल में देगा।दुख से सुख की अनुभूती है।प्रेम बिन ज़िन्दगी अधूरी है ।प्रेम से सारी खुशिया है।प्रेम बिन ज़िन्दगी सूखी भूमि है।प्रेम है तो सुन्दरता है।अनुभूती है ।खुशिया है ।दुख है ।आंसू है ।संवेदना है ।सारे रिश्ते नाते है।जो अपनापन समझता...