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शुक्रवार, 4 मार्च 2011

क्षणिकाएं--------(वीनस)

निपटा जल्दी जल्दीदुनियाभर के किस्सेघर- काम की बातेंखिड़की की देहलीज़ पररोज़ हाल ए दिल कहते सुनते हैंमैं और चाँद !***********रात सरक सरक के काटेंख़ामोशियों की राह बांचेंपल पल ढलते जाएँफिर भी नित रोज़ आयेंमैं और चाँद...