
हाल पूछा आपने तो पूछना अच्छा लगाबह रही उल्टी हवा से जूझना अच्छा लगादुख ही दुख जीवन का सच है लोग कहते हैं यहीदुख में भी सुख की झलक को ढ़ूँढ़ना अच्छा लगाहैं अधिक तन चूर थककर खुशबू से तर कुछ बदनइत्र से बेहतर पसीना सूँघना अच्छा लगारिश्ते टूटेंगे बनेंगे जिन्दगी की राह मेंसाथ अपनों का मिला तो घूमना अच्छा लगाकब हमारे चाँदनी के बीच बदली आ गयीकुछ पलों तक चाँद का भी रूठना अच्छा लगाघर की रौनक जो थी अबतक घर बसाने को चलीजाते जाते उसके सर को चूमना अच्छा लगादे...