होने लगा है कम अब आँख का पानी,छलकता नहीं है अब आँख का पानी|कम हो गया लिहाज,बुजुर्गों का जब से,मरने लगा है अब आँख का पानी|सिमटने लगे हैं जब से नदी,ताल,सरोवरसूख गया है तब से आँख का पानी|पर पीड़ा मे बहता था दरिया तूफानीआता नहीं नजर कतरा ,आँख का पानी|स्वार्थों कि चर्बी जब आँखों पर छाईभूल गया बहना,आँख का पानी|उड़ गई नींद माँ-बाप कि आजकलउतरा है जब से बच्चों कि आँख का पानी|फैशन के दौर कि सबसे बुरी खबरमर गया है औरत कि आँख का पानी|देख कर नंगे जिस्म और लरजते होंठपलकों मे सिमट गया आँख का पानी|लूटा है जिन्होंने मुल्क का अमन ओ चैनउतरा हुआ है जिस्म से आँख का...