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रविवार, 2 मई 2010

इडियट बॉक्स........और हम गुलाम------------मिथिलेश दुबे

अगर ये कहा जाए कि विगत वर्षो में सबसे ज्यादा प्रगति विज्ञान क्षेत्र ने किया तो गलत ना होगा । पिछले पच्चीस वर्षों मे तो इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में हुए आविष्कार के कारण सूचनातंत्र का पूरा जंजाल घर-घर में पहुँच गया है । पूरे विश्व ने उन्नीसवीं शताब्दी (१८०१-1900) में रसायन विज्ञान की क्रान्ति देखी । यह विज्ञान की क्रान्ति का तूफानी दौर था । गणित विज्ञान, भौतकी , इलेक्ट्रानिक्स के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रान्ति देखने में आई । विज्ञान की प्रगति प्रशस्ति के योग्य है । भूरी-भूरी सराहना की जानी चाहिए , किंतु यदि वही प्रगति सांस्कृतिक , पारिवारिक...

बचपन

आनंद की लहरों में हिलोरें खाने वाला जीवनमानव का प्राकृतिक से होता है पहला मिलनना गृहस्थी का भार ना जमाने का फिक्र ,ना खाने कमाने का फिक्रनिश्चिन्तता के आँगन में विचरता है बचपनप्राकृतिक की गोद में बैठता जब वोह शुकुमारपड़ी रहती कदमों में उसकी खुशियाँ अपारहोता है वह अपने बचपन का विक्रमदूर रहतें है उससे ज़माने के सारे भ्रमन देता वह ख़ुद को कभी झूठी दिलाशाना रहता कभी वह किसी चाहत और खुशी का "प्या...