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मंगलवार, 4 अगस्त 2009

समाज के वास्तविक चित्र को बहुत ही सरलता से प्रस्तुत किया - कलम के सिपाही ने

मुंशी प्रेमचंद का वास्तविक नाम धनपत राय था । उनका जन्म ३१ जुलाई १८८० को बनारस शहर से करीब चार मील दूर लमही गांव में हुआ । उनके पिता का नाम मुंसी अजायब लाल था , जो डाक मुंसी के पद पर नौकरी करते थे । उस मध्यम वर्गीय परिवार में साधारण तौर पर खाने - पीने , पहनने- ओढ़ने की तंगी तो न थी, परन्तु शायद इतना कभी न हो पाया कि उच्च स्तर का खान-पान अथवा रहन सहन मिल सके । इसी आर्थिक समस्या से मुंशी प्रेमचंद की पूरी उम्र जूझते रहे । तंगी में ही उन्होंने इस नश्वर संसार को छोड़ा ।थोड़ी सी पढ़ाई और ढ़रों खिलवाड़ तथा गांव की जिंदगी के साथ साथ मां और दादी के लाड़-प्यार...