अब नारीयो ने भी लीया साहस से काम !
अपनी सन्घर्षता के बल पर कीया विश्व मे नाम !!
नारी कभी बनती है जननी कभी माता !
पुत्र बनता है कुपुत्र लेकिन माता नही है कुमाता !!
सिर्फ नीर्बल नही क्षत्राणी है लक्ष्मी बाई और चादँबीबी है !
शिवा जी और अकबर जैसे की माता और बीबी है !!
अब शिक्षा मे अव्वल और खेल मे आगे !
अब उनके दुश्मन भी रण छोण के भागे !!
अब सीमा पर करती है रक्षा !
अब दहेज लेने वाले मागे भीक्षा !!
अब समाज मे रखती है स्थान !
और सब करते है सम्मान !!
अब अंतरिक्ष मे भरती है उङान !