जीवन इक विश्वास है
खुला हुआ आकाश हैवक्त आजतक उसने जीता
जिसने किया प्रयास है
कैसे कैसे लोग जगत में
अलग सभी की प्यास है
कुछ ही घर में रौनक यारों
चहुँ ओर संत्रास है
जहाँ पे देते शिक्षा दिन में
रात पशु आवास है
राजनीति और अपराधी का
क्या सुन्दर सहवास है
सहनशीलता अपनी ऐसी
नेताओं से आस है
लेकिन ये ना बदलेंगे अब
दशकों का अभ्यास है
यही समय है परिवर्तन का
सुमन हृदय आभास है