रविवार, 13 सितंबर 2009
हिन्दी पखवाड़े में आज का आखिरी व्यक्तित्व ----"फणीश्वर नाथ रेणु"
हिन्दी साहित्य मंच " हिन्दी दिवस " के उपलक्ष्य में हिन्दी पखवाड़ा मना रहा है । और साहित्य से जुड़े हुए साहित्यकारों के बारे में एक श्रृंखला चला रहा था । इस श्रृंखला की आज आखिरी कड़ी प्रस्तुत की जा रही । आप सभी को हिन्दी साहित्य मंच का प्रयास पसंद आया । आप सभी ने हमारा उत्साह अपने विचारों से बढ़ाया इसके लिए हिन्दी साहित्य मंच आप सभी के प्रति आभार प्रकट करता है । आप सभी को हिन्दी दिवस की आगामी शुभकामनाएं । हिन्दी के विकास के लिए अपना प्रयास जारी रखें ।
फणीश्वर नाथ रेणु एक हिन्दी साहित्यकार थे । इन्होंने प्रेमचंद के बाद के काल में हिन्दी में श्रेष्ठतम गद्य रचनाएं कीं । इनके पहले उपन्यास मैला आंचल को बहुत ख्याति मिली थी जिसके लिए उन्हे पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ।
इनकी लेखन-शैली वर्णणात्मक थी जिसमें पात्र के प्रत्येक मनोवैज्ञानिक सोच का विवरण लुभावने तरीके से किया होता था । पात्रों का चरित्र-निर्माण काफी तेजी से होता था क्योंकि पात्र एक सामान्य-सरल मानव मन (प्रायः) के अतिरिक्त और कुछ नहीं होता था । इनकी लगभग हर कहानी में पात्रों की सोच घटनाओं से प्रधान होती थी । एक आदिम रात्रि की महक इसका एक सुंदर उदाहरण है । इनकी लेखन-शैली प्रेमचंद से काफी मिलती थी और इन्हें आजादी के बाद का प्रेमचंद की संज्ञा भी दी जाती है ।
अपनी कृतियों में उन्होने आंचलिक पदों का बहुत प्रयोग किया है । अगर आप उनके क्षेत्र से हैं (कोशी), तो ऐसे शब्द, जो आप निहायत ही ठेठ या देहाती समझते हैं, भी देखने को मिल सकते हैं आपको इनकी रचनाओं में ।
रेणु जी के प्रमुख उपन्यास मैला आंचल ,परतीपरिकथा ,जूलूस ,दीर्घतपा ,कितने चौराहे हैं। इनकी प्रसिद्ध कहानी पंचलाइट रही। तथा कथा संग्रह एक आदिम रात्रि की महक काफी चर्चित रहा। इस महान साहित्यकार नें ११ अप्रैल, 1977 को दुनिया को अलविदा कहा।
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6 comments:
सच कहा समीर लाल जी लेखनी और व्यक्तित्व अद्भुत है !!
आपको हिन्दी में लिखता देख गर्वित हूँ.
भाषा की सेवा एवं उसके प्रसार के लिये आपके योगदान हेतु आपका हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ.
सफलता पुर्वक इस श्रृंखला समापन के लिए बधाई।
bबहुत बडिया रही ये श्रिंखला बहुत से महान साहित्यकारों से रूबरू हुये आभार और सफल लेखनहेतु बधाई
बहुत बहुत बधाई । हिन्दी दिवस पर
बहुत बढिया श्रृंखला रही.......
हिन्दी दिवस की सबको शुभकामनाऎँ!!!
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