आओ सब मिल जुल कर
एक संकल्प में बंध जाएं
वृक्षारोपण कर पर्यावरण दिवस मनाएं
इस धरा पुन: वसुंधरा बनाएं
शुद्ध, वायु से शुद्ध, जल से
शुद्ध मृदा से पर्यावरण को सजाएं
इस दिन को कभी न भूलें
कदम कदम पर वृक्ष लगा कर
हर दिन "पर्यावरण दिवस" मनाएं
मृदा, वायु, जल को , कर प्रयास
अमृतमय बनाएं
सब मिल जुल कर एक ही गीत गाएं
पर केवल गीत न गाएं
निज प्रयास से, इस संकल्प को सार्थक बनाएं
आओ सब मिल जुल कर
एक संकल्प में बंध जाएं
वृक्षारोपण कर पर्यावरण दिवस मनाएं...
2 comments:
सार्थक संकल्प, सुन्दर कविता।
संतोष कुमार jee bahut achccha likhaa hai
by
Hindi Sahitya
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