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शुक्रवार, 31 दिसंबर 2010

नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है...


नव वर्ष तुम्हारा स्वागत है
खुशियों की बस चाहत है

नया हो जोश, नया उल्लास
खुशियाँ फैले अपरम्पार

मिटे मँहगाई और भ्रष्टाचार
जीवन स्तर में भी हो सुधार

नैतिकता के ऊँचे मूल्य गढ़ें
सबकी मर्यादा रहे बरकरार

कोई भूखा पेट न सोये
गरीबों का भी हो उद्धार

ऐ नव वर्ष के प्रथम प्रभात
स्तुति तुम्हारी बारम्बार।

आकांक्षा यादव

4 comments:

Satish Chandra Satyarthi ने कहा…

आपकी उम्मीदें साकार हों... नववर्ष आपके और आपके सभी अपनों के लिए खुशियाँ और शान्ति लेकर आये ऐसी कामना है
मैं नए वर्ष में कोई संकल्प नहीं लूंगा

Mithilesh dubey ने कहा…

नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई

RAJWANT RAJ ने कहा…

aameen .

समयचक्र ने कहा…

नववर्ष पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई ....