संक्षिप्त परिचय
नाम - डा० (श्रीमती) तारा सिंह
शिक्षा/मानदोपाधि-- साहित्य रत्न , राष्ट्रभाषा विद्यालंकार, विद्या वाचस्पति, विद्या वारिधि, साहित्य महोपाध्याय, कवि कुलाचार्य, भारती रत्न, वर्ल्ड लाइफ़ टाइम अचीवमेन्ट अवार्ड, वोमेन आफ़ दी ईयर अवार्ड,राजीव गांधी अवार्ड
अभिरुचि – कविता, ग़ज़ल, सिनेमा गीत,कहानी,उपन्यास आदि लेखन
संप्रति – संस्थापक अध्यक्ष स्वर्ग विभा (www.swargvibha.tk), कार्यकारी अध्यक्ष, साहित्यिक,सांस्कृतिक,कलासंगम अकादमी,परियावाँ, उपाध्यक्ष,विश्व हिंदी सेवा संस्थान, इलाहाबाद ; साहित्य चर्चा और समाज सेवा
पति - डा० ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह , भूतपूर्व प्राचार्य, रीडर एवं रसायन विभागाध्यक्ष , आचार्य जगदीश चन्द्र बसु महाविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय , कलकत्ता
संपर्क – १५०२,सी क्वीन हेरिटेज़, प्लाट- ६,से० – १८, सानपाड़ा, नवी मुम्बई - ४००७०५
दूरभाष -09322991198, 022- 32996316; 09967362087.
email :- rajivsinghonline@hotmail.com
स्वरचित काव्य -संग्रह प्रकाशित - प्रकाशित -21 ; प्रकाशनाधीन – 4 .
(१) एक बूँद की प्यासी (२) सिसक रही दुनिया (३) हम पानी में भी खोजते रंग (४) एक पालकी चार कहार (५) साँझ भी हुई तो कितनी धुँधली (६) एक दीप जला लेना (७) रजनी में भी खिली रहूँ किस आस पर (८) अब तो ठंढी हो चली जीवन की राख (९) यह जीवन प्रातः समीरण-सा लघु है प्रिये (१०) तम की धार पर डोलती जगती की नौका (११) विषाद नदी से उठ रही ध्वनि (१२) नदिया-स्नेह बूँद सिकता बनती (१३) नगमें हैं मेरे दिल के (गज़ल संग्रह) (१४) यह जग केवल स्वप्न असार (१५) तुम्हारी वो काफ़िर निगाहें (१६) सिमट रही संध्या की लाली (१७) तृषा (कहानी संग्रह) (१८) बर्गे यासमन (गज़ल संग्रह) (१९) साँझ का सूरज (२०) खिरमने गुल (गज़ल संग्रह) (२१) दूसरी औरत (उपन्यास) (२२) जो कह न सकी (शीघ्र प्रकाश्य) (२३) जीवन की रेती पर (शीघ्र प्रकाश्य),(२४) नक्षत्र लोक (शीघ्र प्रकाश्य) (२५) कुछ मेरी कुछ आपकी (शीघ्र प्रकाश्य)
सहयोग़ी काव्य-संकलन प्रकाशित -- 67
(१) पूरब-पश्चिम (२)गजल प्रिया-२००४ (३) फूल खिलते रहेंगे (४) काव्य गंगेश्वरी (५) स्त्री नहीं प्रकृति हो तुम (६) आत्मा की पुकार (७) यादों के फूल (८) नया क्षितिज (९) काव्य मंदाकिनी (१०) कविता की लकीर (११) शब्द कलश (१२) काव्य सरिता (१३) रश्मिरथी (१४) अभिव्यक्ति (१५) स्मृति के सुमन (१६) शून्य से शिखर तक (१७) अन्तर्मन (१८) देश- परदेश (१९) लेखनी के रंग (२०) काव्य मंजूषा (२१) श्रम साधना और साहित्य के दर्पण (२२) काव्य सुधा (२३) शब्द -सूर्य (२४)गंगोत्री- (२५) स्वर पसून (२६)काव्य संगम (२७)सप्त सरोवर (२८)शब्द माधुरी (२९)युवा कौन (३०)सरोरूह (३१)काव्य सलिला (३२)अंजुमन (३३)काव्य मजुषा'०७ (३४)वंदना (३५)यादें (३६) साधना सार्थक होगी (३७) काव्य दर्पण (३८) सद्भावना एवं साहित्य दर्पण (३९) सुरभि पुष्प (४०)शब्द तरंग (४१) शब्द सखा (४२) उजास (४३) कैसे कहूँ (४४) अष्ट कमल (४५) दूर गगन तक (४६) शब्द गंगा (४७) लहराये तिरंगा प्यारा (४८) एक दीप जला लेना (४९) काव्य गंगा (५०) हृदय के गीत (५१) हिमालय की गुड्डी (५२) स्नेहिल स्मृतियाँ (५३) संगमन (५४) आईना (५५) देव सुधा (५६) लाड़ली बेटियाँ (५७) काव्य सिंधु ये मेरा भारत (५८) कण-कण चंदन (५९) माटी के रंग (६०) विदुषी (६१) अभिव्यंजना (६२) माँ तुझे सलाम (६३) आखर के नये घराने (६४) काव्य सागर (६५) काव्य सुधा द्वितीय (६६) नमन करें मातृभूमि को (६७) सत्यमेव जयते (६८) अन्य अनेक पत्र-पत्रिकाओं में
Websites (21) :-
(i) www.poetrypoem.com/tarasingh,(
(x) http://sharepoetry.com/user/
(xiii) www.storypublisher.com/
(xvi) www.kaavyanjali.com, (xvii) www.kavitakosh.org , (xviii) www.writers-club.com,
(xix) www.srijangatha.com (XX) www.sahityakunj.net (xxi) www.swargvibha.net.
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सम्मान / पुरस्कार / मानदोपाधि :--
- ’साहित्य सेवी सम्मान पुरस्कार (११०००/-),बिहार राष्ट्रभाषा परिषद( मानव संशाधन विकास मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग, बिहार सरकार), पटना
- ’साहित्य महामहोपाध्याय’,भारतीय साहित्यकार संसद, समस्तीपुर
- ’साहित्य महोपाध्याय’, ,सा० सां० कला संगम अकादमी, परियावाँ
- ''कवि कुलाचार्य',अखिल भारतीय साहित्य संगम , उदयपुर
- ’विद्या सागर ( डी० लिट्०)’,विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर
- ’विद्या सागर ( डी० लिट्०)’, विश्व हिन्दी सेवा संस्थान, इलाहाबाद
- ’विद्या सागर ( डी० लिट्०)’, भारतीय साहित्यकार संसद, समस्तीपुर
- ‘विद्या वारिधि ( डी० लिट्०) ', भारतीय साहित्यकार संसद , समस्तीपुर
- 'विद्या वारिधि ( डी० लिट्०) ', विश्व हिन्दी सेवा संस्थान , इलाहाबाद
- ‘साहित्य वारिधि ( डी० लिट्०) ', सा 0 सां 0 कला संगम अकादमी,प्रतापगढ
- ’कवि सम्राट’,अखिल भारतीय साहित्य संगम , उदयपुर
- 'विद्या वाचस्पति (पी-एच्० डी०)', विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर
- 'विद्या वाचस्पति (पी-एच्० डी०)',सा 0सां 0 कला संगम अकादमी,प्रतापगढ
- ’अंग गौरव उपाधि’, विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर
- ’ब्रज गौरव मानदोपाधि’, आसरा समिति,बलदेव (मथुरा)
- ’लेखक मित्र मानदोपाधि’,आशा मेमो० मित्रलोक पब्लिक पुस्तकालय,देहरादून
- ’काव्य कुमुद मानद उपाधि’, अभिव्यंजना सा० संघ एवं सा० संस्था,कानपुर
- ’जनकवि मानदोपाधि’, समग्रता शिक्षा सा० एवं कला परि० कटनी
- ‘2009 Woman of the year Award( representing India), The Ame. Bio Institute
- ‘Rajiv Gandhi Excellence Award 2008’, New Delhi
- “World Lifetime Award,2007’, The Ame. Bio. Institute
- ‘‘Woman of the year Award,2007’ –the American Bio. Institute
- 'Rising Personalities of India Award’– Int. Penguin Pub House, New Delhi.
- ‘Gold Medal’ – Int. Penguin Pub House, New Delhi.
- “Bharat Jyoti Award,2008’ - I.I.F.S., New Delhi.
- “Certificate Of Excellence’-- I. I.F.S. , New Delhi.
- ‘Best Citizens of India Award,2008’,Inte. Pub House, N Delhi
- ‘Rashtriya Samman Puraskar,2008’, I.S.I.I.D., New Delhi
- ‘Gold Medal,2008 II’,I.S.I.I.D.,New Delhi
- ‘Mother Terisa Award,2008’, New Delhi
- ‘Gold Medal,2008’, I.S.I.I.D.,New Delhi
- ‘Rashtriya gaurav Ratan Award’, I.S.I.I.D.,New Delhi
- ‘Gold Medal’,I.S.I.I.D., New Delhi
- “Natioal Status Award for Intellectual Development’, I.O.C.I.,Delhi
- ‘नागार्जुन आहट शिखर सम्मान,२००७’, शाम्भवी-सदन-स०,दरभंगा
- ’राष्ट्रीय हिन्दी सेवी सम्मान’,अ० भा०राष्ट्रभाषा सम्मेलन, हससासा, नई दिल्ली
- ’तुलसी सम्मान,२००७’,म० प्र०तुलसी साहित्य अका० भोपाल
- ’आचार्य हज़ारी प्रसाद द्विवेदी सम्मान, हिन्दी भाषा सम्मे०,पटियाला
- 'महादेवी वर्मा सम्मान', अखिल भारतीय साहित्यकार समिति, मथुरा
- 'हिन्दी रत्न ', अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान अकादमी, कुशीनगर
- 'ऋतंभरा रत्न -२००६',ऋतंभरा साहित्यिक मंच ,दुर्ग
- 'हिन्दी सेवी सम्मान', जैमिनी अकादमी, पानीपत
- 'भारती भूषण सम्मान’', राष्ट्रीय राजभाषा पीठ , इलाहाबाद
- 'साहित्य श्री सम्मान', अ० भा० भाषा सा० सम्मेलन(केन्द्रीय संस्था), भोपाल
- 'श्रीमती केसर बाई सोनी स्मृति सा० रा० शिखर सम्मान ',साहित्यांचल,भीलवाड़ा(राजस्था
न) - .'हिन्दी काव्य रत्न ’, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान अकादमी, कुशीनगर
- 'श्रेष्ठ साधना सम्मान' ’ अखिल भा 0 भाषा सा 0 सम्मेलन(केन्द्रीय संस्था),भोपाल
- 'वीरांगना सावित्री बाई फुले फेलोशिप अवार्ड ' भा 0 दलित सा 0 अकादमी, दिल्ली
- 'सन्त कवि कबीर पुरस्कार', अनोखा विश्वास , इन्दौर
- 'राष्ट्रभाषा विद्यालंकार',अखिल भा 0 साहित्य कला परिषद , कप्तानगंज
- 'निराला सम्मान'’, शब्द कारखाना, जमालपुर (बिहार)
- 'साहित्य सुमन ’, अंतर्राष्ट्रीय पराविद्या शोध संस्था (महाराष्ट्र)
- 'साहित्य गौरव सम्मान ', खानकाह सूफी दीदार शाह चिश्ती, नवी मुम्बई
- 'विशिष्ट सम्मान(२००५)’', प्रबंध निदेशक, बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक पा 0 कार 0, पटना
- 'कवयित्री महादेवी वर्मा सम्मान ', विश्व हिन्दी सेवा संस्थान , इलाहाबाद
- 'भाषा रत्न सम्मान ', जैमिनी अकादमी , पानीपत
- 'साहित्य प्रभा सर्वोच्च ग्यानमाला पुरस्कार', दून द्रोण आदिम विकास समिति,देह 0
- 'पूर्व-पश्चिम काव्य गौरव सम्मान ', जागृति प्रकाशन, मुम्बई
- 'साहित्यांचल राष्ट्रीय शिखर सम्मान ', साहित्यांचल, भीलवाड़ा (राजस्थान)
- 'काव्य प्रतिभा सम्मान ' अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान अकादमी, कुशीनगर
- 'सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान ', अंतर्राष्ट्रीय पराविद्या शोध संस्था, महाराष्ट्र
- 'राष्ट्र गौरव साहित्य सृजन सम्मान ',सुरभि सा 0 संस्कृति अका 0,खण्डवा
- 'मीरा रजत स्मृति सम्मान ', हिन्दी भाषा साहित्य परिषद, खगड़िया
- 'राष्ट्र काव्य गौरव ', खानकाह सूफी दीदार शाह चिश्ती, नवी मुम्बई
- 'मुम्बई रत्न ', जैमिनी अकाडमी, पानीपत
- 'स्व० श्री हरिठाकुर स्मृति सम्मान ', पुष्पग़ंधा प्रकाशन, छत्तीसगढ
- 'हिरदे कवि रत्न ', छत्तीसगढ शिक्षक साहित्यकार मंच
- 'विशिष्ट साहित्य साधना सम्मान ',अखिल भा 0 भाषा सा 0 सम्मेलन,भोपाल
- 'काव्य मधुरिमा ', अखिल भारतीय साहित्य संगम उदयपुर
- 'काव्य भूषण ', काव्यलोक संचालन समिति, जमशेदपुर
- ‘मधुमिश्रित आकांक्षा साहित्य सम्मान ’,सुरभि सा 0 संस्कृति अका 0,खण्डवा
- 'समन्वय श्री ',अखिल भा 0 भाषा सा0 सम्मेलन(के 0संस्था),भोपाल
- 'हिन्दी गौरव सम्मान ' अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान अका 0, उ० प्र०
- 'साहित्य शिरोमणि ', मानव कल्याण संघ , दादरी (भिवानी)
- 'भारत गौरव सम्मान', ऋचा प्रकाशन , कटनी (म० प्र० )
- 'हिन्दी काव्य ज्योति सम्मान ',खानकाह सूफी दीदार चिश्ती,नवी मुम्बई
- 'राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान ',अखिल भारतीय राष्ट्रभाषा विकास संगठन,गाजियाबाद
- 'रंजन कलश शिव –सम्मान ', रंजन कलश, भोपाल
- 'सम्मान प्रमाण – पत्र ', अखिल भारत वैचारिक क्रांति मंच ,लखनऊ
- 'राष्ट्रीय साहित्य शिखर सम्मान ', भारतीय साहित्यकार संसद , समस्तीपुर
- 'भारती रत्न सम्मान ', राष्ट्रीय राजभाषा पीठ, इलाहाबाद
- 'डा० बाबा साहेब आम्बेडकर साहित्य रत्न पुरस्कार ', अनोखा विश्वास, इन्दौर
- ‘ऋतम्भरा साहित्य मणि सम्मान’’ , ऋतम्भरा साहित्य मंच , दुर्ग
- 'सम्मान प्रमाण पत्र', अ० भा० कवयित्री सम्मे०, विद्यापीठ महोत्सव ,भागलपुर
- 'कवि शिरोमणि',विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर
- 'स्मृति साहित्य श्री सम्मान',श्री मुकुन्द मुरारी स्मृति सा० माला,कानपुर
- 'सम्मान प्रमाण -पत्र', आदित्य साहित्यिक संस्था, कानपुर
- 'सारस्वत साहित्य सम्मान',भारतीय वाङमय पीठ , कोलकाता
- 'मधुरिमा रत्न', इतिहास एवं पुरातत्व संस्थान , म० प्र०
- 'साहित्य रत्न सम्मान ',तरुण सांस्कृतिक चेतना समिति,समस्तीपुर
- 'जन कवि मानदोपाधि',समग्रता शिक्षा साहित्य एवं कला परिषद ,कटनी
- 'काव्य मर्मग्य सम्मान',इन्द्रधनुष साहित्यिक संस्था,बिजनौर (उ० प्र०)
- 'साहित्य गौरव अवार्ड', श्री महादेव संस्थान , वर्धा (महाराष्ट्र)
- 'तुलसी सम्मान' म० प्र० तुलसी साहित्य अकादमी, भोपाल
- 'स्व० रामकिशन दास स्मृति गीति-साहित्य-सम्मान', अ० भा० कला मंच,मुरादाबाद
- ’साहित्य शिखर सम्मान,२००७’, मनु प्रकाशन, बालाघाट
- ’ अभिव्यक्ति सम्मान २००७’, दृष्टि, भार्गव कालोनी, गुना (म० प्र०)
- ’साहित्य मनीषी सम्मान’, मध्यप्रदेश नवलेखन संघ, भोपाल
- ’कवि रत्न सम्मान’, जेमिनी अकादमी ,पानीपत
- ’काव्य गौरव सम्मान,२००७’, आकृति प्रकाशन पीलीभीत (उ०प्र०)
- ’साहित्य सेवा सम्मान’, छत्तीसगढ़ शिक्षक साहित्यकार मंच, दुर्ग
- ’शान-ए-अदब’, शबनम साहित्य परिषद, सोजत सिटी (राज०)
- ’स्व० महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान’, पुष्पगंधा प्रकाशन, कवर्धा (छ०ग०)
- ’सम्मान प्रमाण –पत्र’, श्री हिन्दू विश्व प्रसार प्रतिष्ठान, कानपुर
- ’देवभूमि साहित्य रत्न’, देवभूमि साहित्यकार मंच, पिथोरागढ़
- ’रमेश प्रसाद–सरला देवी हिंदी भूषण अलंकरण’,अभियान,जबलपुर(म०प्र०)
- ’माता अमर कौर सम्मान,२००८’,अ० भाषी हिन्दी लेखक संघ,दिल्ली
- ’न्यू ऋतंभरा सद्भावना साहित्य सम्मान’, न्यू ऋतंभरा साहित्य मंच, दुर्ग
- ’निराला स्मृति रजत सम्मान,२००६’, हिन्दी भाषा सा० परि०, खगड़िया
- ’भारत भूषण सम्मान २००८’, लोक भारती सेवा संस्थान, सुलतानपुर
- ’भारतेन्दु हरिश्चन्द्र स्मृति रजत सम्मान,२००८’, हिन्दी भाषा सा० पर० खगड़िया
- ’स्व० सरस्वती पाण्डेय स्मृति सम्मान’, विन्ध्यवा० हिन्दी वि० स०,नई दिल्ली
- ’स्व० ग्यानी अमर सिंह जोबन सम्मान’, अ० भाषी हिन्दी लेखक संघ,दिल्ली
- ’फ़नकार ए-ग़ज़ल सम्मान’, आकृति सा० मंच , पीलीभीत (उ० प्र०)
- ’हिन्दी भाषा भूषण सम्मान’, साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा (रा०)
- ’काव्य शिरोमणि’, नवयुग साहित्य संगम, लखनऊ
- सा० प्र० साहित्यकार कुलभूषण सम्मान’, दून द्रोण आदिम विकास समिति, देहरादून
- ’पंचशील शिरोमणि’, अखिल भारतीय सि० स० से० सो० , नई दिल्ली
- ’सम्मान पत्र’, सामयिकी, भीलवाड़ा
- ’सम्माण शिरोमणि’, अखिल भारतीय सि०स० से० सो०, नई दिल्ली
- ’सृजनदीप सम्मान’,सृजनदीप कला मंच, पिथौरा गढ़
- ’महाराष्ट्र रत्न सम्मान’, ज़ेमिनी अकादमी, पानीपत
- ’महिमा साहित्य सम्मान २००८’, छ० ग) शिक्षक साहित्यकार मंच
- ’भगत श्री मोहर सिंह स्मृति सम्मान’,श्री बाबा गरीबनाथ विद्या प्रचारणी पीठ ,हरियाणा
- ’शब्द-सूर्य अलंकरण’, अ० भा० शब्द सूर्य, ग्वालियर
- ’काव्य भूषण’, अखिल भा० हिन्दी प्रसार प्रतिष्ठानन, पटना
- ’उजास सम्मान -२००८’, राजेश्वरी प्रकाशन, गुना (म० प्र०)
- ’काव्य कलश सम्मान,२००९’, हिन्दी भाषा सम्मेलन, पटियाला पंजाब
फिल्मी गीत –
'जयहिन्द सिपाई जी ‘ हिन्दी फिल्म के लिए कविता, तीसरी पुस्तक से अनमोल प्रोडक्शन , मुम्बई द्वारा शीर्ष गीत के रूप में ली गई |
सदस्यता -
- संरक्षक, विश्व स्नेह समाज, इलाहाबाद
- संरक्षक, साहित्यांचल (भीलवाड़ा)
- सलाहकार, साहित्य सरोवर (कर्नाटक)
- दी फिल्म राइटर्स एसोसियेशन , अँधेरी, मुम्बई की सदस्यता
(५ ) अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन केन्द्रीय संस्था,भोपाल की आजीवन सदस्यता
(६) संरक्षक-परामर्शदाता मण्डल, अ० भा० साहित्यकार अभिनन्दन समिति, मथुरा की
आजीवन सदस्यता
(७) अखिल भारतीय कवयित्री सम्मेलन, खुरजा (उ० प्र०) की आजीवन सदस्यता
जीवन वृत्त प्रकाशित -
एफ्रो - एशियन हूज -हू, खंड १ (२००६) (२) एशिया-पैशेफिक हूज -हू, खंड ६ (२००६) , (३ )राईजिंग पर्सोनालिटी आफ़ इन्दिअ अवार्ड बुक,२००६ (४) बेस्ट सिटिजेन्स आफ़ इन्डिया बुक,२००८, पृष्ठ-६६.
देवों के सिर विजयध्वज फहराऊंगा
पूर्व युग सा इस धरा पर,
मानव अब नहीं रहा लाचार
देख जगह का अभाव,
आसमां का खोलकर द्वार
रहने चला गया क्षितिज के उस पार
सोचा, अपने नये इरादों से मसलकर पृथ्वी को गोल
आकार में बदलकर ,
रचूँगा एक नया इतिहास
विजय- ध्वज फ़हराऊँगा देवों के सिर पर,जिससे
चतुर्दिक फ़ैली रहेगी सुनहली शांति,
बनकर हिम फ़ुहार
हमारी नसों में बह रहा है कलयुग का लहू
अब हम नहीं रहेंगे बनकर प्रकृति का दास
मृतकों के इस अभिशप्त महीतल से ऊपर उठकर
स्वच्छंद होकर विचरूँगा आकाश, जहाँ हमारे
स्वागत में भयभीत होकर चाँद – तारे दोनों
भुज फ़ैलाये खड़े हैं, सूरज कर रहा है इंतजार
सतयुग, त्रेता, द्वापर बहुत पीछे छूट गये
बहुत दूर निकल आया है मृगमय संसार
वसुधा पर अब इतना कोलाहल भर गया, कि
मुश्किल हो गया है, कल्पना का लेना नया आकार
हत्या, लूट-पाट जैसे संक्रामक रोगों का हो गया प्रसार
एकाकी दुखी असहाय मनुज के मन में रहने लगा तनाव
मानव-मन बुद्धि आकाश का इतना किया विकास
कि भ्रांत नर अपने आविष्कृत दानव की भूख
मिटाने, अपने तन को बना दिया आहार
बारी-बारी से मुट्ठी में बंद किया धरती, आकाश
जब चाहता, वारि से वाष्प बनाता, वाष्प से वारि
बनाकर धरती पर करवाता बरसात
मूक ठगी रह जाती प्रकृति,
अचंभित रहता आकाश
मनुज देह के मांसल रज से,
धरती का निर्माण देखकर
जीवन से मुँह मोड़ती जा रही है नई पीढ़ी
फ़ूलों सा मृदु अंग को त्यागकर, हृदय की मधुरिमा को
पाषाण शिला-सा बनाये जा रहा है,मनुज का यह प्रतिनिधि
इन्हें स्वीकार नहीं अब इस धरती की हरी- भरी हरियाली
निश्चय ही यह नाश का खेल करने वाला है बड़ी अनहोनी
प्रकृति के हर तत्व को मनुज,समझने लगा है अपना गुलाम
नव- धरा के बीच कुछ भी अग्येय न रह पाये
प्रकृति के किस मिट्टी से फ़ूटता, विभव का सहज स्रोत
जिससे इच्छाओं की सभी घाटियाँ पट जाती हैं, इसे ग्यात
करने में जुट गये, करने लगे नये - नये अनुसंधान
पर यह द्रुत उद्दाम एक पल भी विश्राम नहीं दे सकता
न ही ऐसे दिशाहीन उद्देश्य को, कोई कर सकता प्रणाम
चाँद-तारों को उकसाकर, नभ-गिरि को चीरकर
भस्मासुर - सा अणुबल का वरदान प्राप्त कर
आखिर मनिष्य कैसा रचना चाहता इतिहास
क्या वह यह सोचता है, उसके भस्मशेष से
पुन: नवजीवन लेकर जी उठेगा, फ़िर से करेगा-
जीवन निर्माण, तो व्यर्थ है उसकी ऐसी भावना
निराधार है उसका उमंग, झूठा है अभियान
कर - संकुल लोकजीवन का चैन छीनकर
सिंधु, धरा, आकाश को भयभीत कर
इस निराधार बदलाव का क्या है उद्देश्य
जिसमें श्मशान बना जा रहा है धरती का प्रांगण
जीवन कांपता एकांत में भी, मृत्यु रहती अजेय
क्षितिज छोड़ कणक-घन भाग जाता तम में छुपने
प्राणी विलाप करता, खोजता जीने का ध्येय
कूड़े - कचरे, गढ़े- नाले जहाँ भी देखो वहीं
सोये रहते मुर्दे, बिखरे रहते कंकालों के ढेर
टकरा-टकराकर,चटक-चटककर चिनगारी निकलती
निश्चय ही है यह पाषाण नर हृदय की देन
2 comments:
डा. तारा सि्ह जी का परिचय पा कर धन्य हुई बहुत बहुत धन्यवाद उनसे परिचय करवाने कआउर उनकी कलम को नमन
डा. तारा सि्ह जी का परिचय पा कर धन्य हुई बहुत बहुत धन्यवाद उनसे परिचय करवाने कआउर उनकी कलम को नमन
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