tag:blogger.com,1999:blog-4902584183695074018.post7605857378610121758..comments2024-01-19T14:09:34.036+05:30Comments on हिन्दी साहित्य मंच: आठवीं रचना ( डा श्याम गुप्त )हिन्दी साहित्य मंचhttp://www.blogger.com/profile/13856049051608731691noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4902584183695074018.post-43634028743691413132010-04-25T19:04:59.169+05:302010-04-25T19:04:59.169+05:30आज के दौर मे साहित्य और साहित्यकार दोनो अधुनिकता...आज के दौर मे साहित्य और साहित्यकार दोनो अधुनिकता का चोला ओड़ कर बैठे है, न अब साहित्य वैसा रहा और न साहित्यकार और तो और तो और बहुत कुछ बदल गया है, सही बात लिखी है आपनेPramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.com